निषध देश में वीरसेन के पुत्र नल नाम के एक राजा थे। बहुत सुन्दर और गुणवान थे। वे सभी तरह की अस्त्र विद्या में भी बहुत निपुण थे। उन्हें जूआ खेलने का भी थोड़ा शोक था। उन्हीं दिनों विदभग्...
Friday, September 18, 2015
Wednesday, August 19, 2015
न तातो न माता न बन्धुर्न दाता
न पुत्रो न पुत्री न भृत्यो न भर्ता ।
न जाया न विद्या न वृत्तिर्ममैव
गतिस्त्वं गतिस्त्वं त्वमेका भवानि ॥ १ ॥
भवाब्धावपारे महादुःखभीरुः
पपात प्रकामी...
अम्बे तू है जगदम्बे कलि
जय दुर्गे खप्पर वाली
तेरे ही गुण गाये भारती
ओ मैया हम सब उतारे तेरी...
Aarti Kunj Bihari Hi
Gale Mein Baijanti Mala, Bajave Murali Madhur Bala।
Shravan Mein Kundal Jhalakala, Nand Ke Anand Nandlala।
Gagan Sam Ang Kanti Kali, Radhika Chamak Rahi Aali।
Latan...
Aarti keeje hanuman lalaa ki
Dusht dalan raghunath kala ki
Jake bal se girivar kape
Rog dhosh jake nikat na jhake
Anjani putra maha baldai
Santan ke prabhu sada sahai
Aarti keeje...
Friday, July 10, 2015
कलाभ्यां चूडालङ्कृत-शशि कलाभ्यां निज तपः
फलाभ्यां भक्तेशु प्रकटित-फलाभ्यां भवतु मे ।
शिवाभ्यां-अस्तोक-त्रिभुवन शिवाभ्यां हृदि पुनर्-
भवाभ्याम् आनन्द स्फुर-दनुभवाभ्यां नतिरियम् ...
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं
त्रिजन्म पापसंहारम् एकबिल्वं शिवार्पणं
त्रिशाखैः बिल्वपत्रैश्च अच्चिद्रैः कोमलैः शुभैः
तवपूजां करिष्यामि एकबिल्वं शिवार्पणं
कोटि कन्या...
गङ्गा तरङ्ग रमणीय जटा कलापं
गौरी निरन्तर विभूषित वाम भागं
नारायण प्रियमनङ्ग मदापहारं
वाराणसी पुरपतिं भज विश्वनाधम् ॥ 1 ॥
वाचामगोचरमनेक गुण स्वरूपं
वागीश विष्णु सुर सेवित पाद पद्मं
वामेण...
ॐ अग्ना॑विष्णो स॒जोष॑से॒माव॑र्धन्तु वां॒ गिरः॑ । द्यु॒म्नैर्-वाजे॑भिराग॑तम् । वाज॑श्च मे प्रस॒वश्च॑ मे॒ प्रय॑तिश्च मे॒ प्रसि॑तिश्च मे धी॒तिश्च॑ मे क्रतु॑श्च मे॒ स्वर॑श्च मे॒ श्लोक॑श्च...
Sunday, May 24, 2015
Anuvaka 1
Om namo bhagavate rudraya
Namaste rudramanyavautota ishhave namah
Namaste astu dhanvane bahubhyamuta te namah
Oh! Rudra Deva! My salutations to your anger and also to...
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